Sunday 6 March 2022

Russian Army News: गे डेटिंग ऐप से पुतिन के सैनिकों की जासूसी कर रहा ब्रिटेन, रूसी सेना के हर मूवमेंट को कर रहा ट्रैक

Russian Army News: गे डेटिंग ऐप से पुतिन के सैनिकों की जासूसी कर रहा ब्रिटेन, रूसी सेना के हर मूवमेंट को कर रहा ट्रैक

लंदन: ब्रिटिश खुफिया एजेंसियां समलैंगिक डेटिंग ऐप ग्रिंडर के जरिए रूसी सैनिकों की जासूसी कर रही हैं। इसके अलावा फेसबुक, इंस्टाग्राम और दूसरे सोशल नेटवर्किंग साइटों के जरिए भी रूसी सैनिकों (Russian Military Convoy) के मूवमेंट को ट्रैक किया जा रहा है। ब्रिटिश खुफिया एजेंसियां ऐसी सभी सूचनाओं को यूक्रेन के साथ शेयर भी कर रही हैं। इससे यूक्रेन के किसी खास इलाके में रूसी सैनिकों की मौजूदगी, उनकी तादाद के बारे में बहुत सारी जानकारियां मिल रही हैं। यूक्रेन ने अमेरिका और ब्रिटेन से मिले हथियारों के दम पर रूसी सेना को तगड़ी चोट पहुंचाई है। कीव, खारकीव सहित देश के कई शहरों के बाहर रूसी सेना के टैंक, आर्मर्ड व्हीकल और ट्रक बर्बाद हुए नजर आ रहे हैं।

सोशल मीडिया के जरिए जासूसी कर रहा ब्रिटेन

डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेनी सीमा पर रूसी फौज के जमावड़े की शुरुआत से ही ब्रिटिश जासूसों ने अपना काम शुरू कर दिया था। उन्होंने VKontakte जैसी साइटों पर मैसेज को टैप कर रूस के हमले वाले प्लान का भंडाफोड़ भी किया था। VKontakte को शॉर्ट में वीके के नाम से भी जाना जाता है। यह रूस में फेसबुक के जैसे ही एक सोशल नेटवर्किंग साइट है।

गे डेटिंग ऐप का इस्तेमाल करते हैं रूसी सैनिक

रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि ग्रिंडर जैरी डेटिंग साइटों से भी कई खुफिया जानकारियां जुटाई गई थीं। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने 2013 में ही होमोसेक्सुअल प्रॉपगैंडा पर रोक लगा दी थी, लेकिन रूसी सेना में इस डेटिंग ऐप का इस्तेमाल आज भी चोरी छिपे किया जाता है। सूत्र ने कहा कि ये साइटें हमारे जासूसों के लिए एक खजाना थीं, और विशेष रूप से डेटिंग ऐप्स। रूसी सेना में बड़े पैमाने पर इस डेटिंग ऐप का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में हमारे जासूसों ने सैनिकों से लेकर अधिकारियों तक की जासूसी की।

यूक्रेन के साथ शेयर की गई हर जानकारी

सूत्र ने बताया कि सोशल मीडिया साइट्स और डेटिंग ऐप्स से मिली जानकारियों को यूक्रेन के साथ शेयर किया गया था। ऐसी जानकारियों की मात्रा काफी ज्यादा और गुणवत्ता भी भरोसेमंद थी। उन्होंने बताया कि हम यूक्रेन की हर संभव मदद करना चाहते हैं। हम अपने स्रोतों की रक्षा के लिए और हमारे कुछ तरीकों को छिपाने के लिए कुछ डिटेल्स अपने पास ही रख रहे हैं।

(Source : Navbharat Times)


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