Friday 18 March 2022

स्पीकर विजय सिन्हा का तल्ख तेवर देख झुकी नीतीश सरकार, लखीसराय SDPO का किया ट्रांसफर

स्पीकर विजय सिन्हा का तल्ख तेवर देख झुकी नीतीश सरकार, लखीसराय SDPO का किया ट्रांसफर


पटना : नीतीश सरकार ने लखीसराय के एसडीपीओ ( Lakhisarai SDPO ) को हटा दिया है। बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ( Vijay Kumar Sinha ) लखीसराय एसडीपीओ को हटाने की जिद पर अड़े थे, लेकिन सरकार हटाना नहीं चाहती थी। बताया जा रहा है कि स्पीकर के तल्ख तेवर के सामने नीतीश सरकार ( CM Nitish Kumar ) झुक गई और एसडीपीओ रंजन कुमार का ट्रांसफर कर अरेराज का एसडीपीओ बना दिया।

गृह विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, आईपीएस सैयद इमरान मसूद लखीसराय के अब नए एसडीपीओ होंगे। वहीं अरेराज के एसडीपीओ अभिनव धीमन को दानापुर एसडीपीओ बनाया गया है। जबकि लखीसराय एसडीपीओ रंजन कुमार को अरेराज का एसडीपीओ बनाया गया है।

गौरतलब है कि सरस्वती पूजा के दौरान बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा अपने विधानसभा क्षेत्र लखीसराय में थे। आरोप है कि इसी दौरान एक केस को लेकर लखीसराय एसडीपीओ और दो थानेदारों ने स्पीकर के साथ प्रोटोकॉल के तहत व्यवहार नहीं किया था। इससे स्पीकर बहुत नाराज थे। इस मुद्दे पर बिहार विधानसभा में कई दिनों तक हंगामा होता रहा। यही नहीं, सीएम नीतीश कुमार और स्पीकर विजय सिन्हा के बीच सदन में काफी नोकझोंक भी हुई थी।

सदन में 14 फरवरी को क्या हुआ था

दरअसल, पूरा मामला लखीसराय में 9 लोगों  की हत्या से जुड़ा है। बीजेपी विधायक संजय सरावगी ( BJP MLA Sanjay Saraogi ) सदन में सवाल उठाया। सरकार की ओर से प्रभारी मंत्री विजेन्द्र यादव जवाब दे रहे थे, लेकिन बीजेपी विधायक जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। इसके बाद उन्होंने कहा कि पुलिस दोषियों को बचा रही है। यह पूरा मामला बिहार विधानसभा अध्यक्ष के क्षेत्र का है। शायद यही कारण था स्पीकर विजय सिन्हा भी संजय सरावगी के सवाल पर स्पष्ट जवाब चाहते थे।

इसी बीच नीतीश कुमार सदन में खड़े हो गए और सवाल को ही कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जो मामला न्यायालय में हो उसे सदन में नहीं उठाना चाहिए। यह संविधान के खिलाफ है। इसके बाद नीतीश सदन में जोर-जोर से बोलते हुए कहा कि सरकार न किसी को फंसाती है, न किसी को बचाती है। आगे उन्होंने कहा कि सदन में इस तरह के सवाल उठाकर समय बर्बाद किया जा रहा है।

यही नहीं, नीतीश कुमार ने तो यहां तक कह दिया कि आप किस तरह से सदन चला रहे हैं। आज तक ऐसा कभी नहीं हुआ, जो आज किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट कोर्ट में सौंपी जाती है, उससे आपको क्या मतलब है। इस दौरान नीतीश आसन की ओर कई बार अंगुली उठाते हुए गुस्से में बात की। इस मामले पर सदन के अंदर और बाहर जमकर सियासत हुई थी। बीजेपी के साथ-साथ आरजेडी के विधायकों ने जमकर बवाल काटा था। ऐसे में माना जा रहा है कि स्पीकर के समक्ष नीतीश सरकार झुक गई और अब जाकर लखीसराय एसडीपीओ रंजन कुमार को वहां से हटा दिया।

(Source : Navbharat Times)


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