Thursday 10 February 2022

Lakhimpur Kheri Case: किसी आम आदमी को मिलता इतनी जल्दी बेल, आशीष मिश्रा की जमानत पर राकेश टिकैत का बड़ा हमला

Lakhimpur Kheri Case: किसी आम आदमी को मिलता इतनी जल्दी बेल, आशीष मिश्रा की जमानत पर राकेश टिकैत का बड़ा हमला



लखनऊ: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत मिलने का मामला गरमा गया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग चल रही है। इस दौरान आए लखनऊ हाई कोर्ट के फैसले ने राजनीति गहमा-गहमी बढ़ा दी है। लखीमपुर खीरी के तिकोनिया मोड़ के पास 3 अक्टूबर 2021 को हुई हिंसा मामले में हाई कोर्ट ने आशीष को जमानत दे दी है। जमानत का मामला सामने आते ही किसान नेता राकेश टिकैत और विपक्षी दलों के नेता हमलावर हो गए हैं। अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, जयंत चौधरी और ओमप्रकाश राजभर ने इस मामले पर भारतीय जनता पार्टी को घेरा। जयंत चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि क्या व्यवस्था है? चार किसानों को रौंदा, चार महीनों में जमानत।

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आशीष मिश्रा को जमानत दिए जाने पर सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने पूछा है कि क्या कोई सामान्य आदमी होता तो उसे इतनी जल्दी जमानत मिल जाती? इतने गंभीर मामले में इतनी जल्दी जमानत मिलना आश्चर्यजनक है। उन्होंने इस बात को प्रदेश में भाजपा के खिलाफ प्रचारित करने की बात कही है। टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कोर्ट पर क्या कह सकते हैं, उन्होंने बेल दे दी। हमारा यह कहना है कि धारा 302 के इतने गंभीर मामले में दूसरे लोगों को भी बेल मिली हो तो ठीक है। नहीं मिली हो तो देख लो।

जल्दी जमानत मिलने पर उठाए सवाल

राकेश टिकैत ने जल्दी जमानत मिलने के मसले को यूपी चुनाव के मैदान में भी उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हमारा यह प्रचार रहेगा। क्यों नहीं रहेगा? इतनी जल्दी कौन से तथ्य सामने आए? इतनी जल्दी किसी और को जमानत मिलती हो इस प्रकार के केस में, देखने वाला मामला है। उन्होंने कहा कि किसानों के पास उनकी तरह वकीलों की फौज नहीं है। वे बड़े आदमी हैं। उनके साथ सरकार और वकील खड़ी रहेगी। कोर्ट तथ्यों के आधार पर चलती है। उसी प्रकार की दलील उनकी होगी। किसानों की पैरवी कौन करेगा? उनके 32 वकील थे। वे और खड़ा कर सकते हैं। हम देखेंगे आगे क्या को सकता है। किसान अपनी लड़ाई लड़ रहा है।


अखिलेश का सरकार पर वार

समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव न बिजनौर में भारतीय जनता पार्टी सरकार पर करारा वार किया। उन्होंने आशीष मिश्रा को जमानत मिलने के मामले में कहा कि सरकार को सख्त सजा सुनिश्चित करनी चाहिए थी, लेकिन वह विफल रही। लखीमपुर खीरी में हुई इस घटना को दुनिया देख चुकी है। सभी इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि किसानों की मौत के लिए बीजेपी जिम्मेदार थी। उन्होंने अब इस मामले को पूरी तरह से राजनीतिक मैदान में उछालने के संकेत दे दिए हैं।


प्रियंका ने बोला जोरदार हमला

कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने आशीष मिश्रा को जमानत दिए जाने के मामले पर केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया का संदेश साफ है। किसान, गरीब, मजदूर और आम लोग रौंदे जाएंगे। उन्हें गाड़ी के नीचे रौंदने वाले अपराधी आजाद घूमेंगे। उन्होंने सवाल किा कि जिसने किसानों को कुचला, उसके पिता को मंत्री पद से क्यों नहीं हटाया? नरेंद्र मोदी बड़े नेक हैं तो इस्तीफा क्यों नहीं मांगा? आज उस लड़के को जमानत मिल गई। वह फिर से आजाद घूमेगा। प्रियंका ने कहा कि प्रधानमंत्री पद की एक नैतिक जिम्मेदारी होती है। उसे निभाना होता है। वह धर्म सब धर्म से परे होता है। जो अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाता, उसे हटाओ। जो सिर्फ आपको बांटने की राजनीति करते हैं वे आपके लिए कुछ नहीं कर सकते।


राजभर का भाजपा पर बड़ा हमला

सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने भी आशीष मिश्रा को जमानत मिलने पर करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आशीष मिश्रा को सिर्फ इसलिए जमानत दी गई, क्योंकि वह एक मंत्री के बेटे हैं। भाजपा जानती है कि वह चुनाव हार रही है। वे समुदाय को यह संदेश देने की कर रहे हैं। राजभर ने कहा कि वे आशीष मिश्रा को जमानत दिलाकर ब्राह्मणों का वोट हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। वे दिखाना चाहते हैं कि यह जमानत उनके प्रयासों का ही परिणाम है। उन्होंने कहा कि गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे को तो जमानत मिल गई, लेकिन गाजीपुर बॉर्डर और लखीमपुर में मरने वाले किसानों को न्याय नहीं मिला है। भाजपा का जहां कहीं भी निजी हित है, उस व्यक्ति को जमानत मिल जाती है। जब उनका हित पूरा नहीं होता है तो कोई जमानत नहीं होती।

(Source : Navbharat Times)

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